हरियाणा में BJP नेता गिरफ्तार; गृहमंत्री विज के नाम पर कर रहा था ठगी, खुद को बताता था इस पोस्ट पर
Haryana BJP Leader Arrested For Fraud
Haryana BJP Leader Arrested: हरियाणा में बीजेपी के एक नेता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बीजेपी नेता का नाम आशीष गुलाटी बताया जाता है। बताया जा रहा है कि, आशीष गुलाटी हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का OSD बनकर लोगों से ठगी कर रहा था। ठगी के इस खेल में गुलाटी के साथ उसका भांजा भी शामिल रहा। दोनों मिलीभगत करके लोगों को चूना लगा रहे थे। भांजे की पहचान लक्ष्य दत्ता के रूप में हुई है। लक्ष्य अभी फरार बताया जा रहा है। फिलहाल, लक्ष्य की तलाश के साथ आशीष गुलाटी पर पुलिस की बनती कार्रवाई जारी है। पुलिस आशीष को कोर्ट में पेशकर रिमांड हासिल करेगी।
बताते हैं कि आशीष गुलाटी अंबाला भाजपा मंडल का उपप्रधान है और इसी का उसने फायदा उठाया। इसी की आड़ में वह गृहमंत्री विज का नकली ओएसडी बन बैठा और ठगी का खेल शुरू कर दिया। आशीष गुलाटी कहीं लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे लेता था तो कहीं कोई सरकारी काम करवाने के बहाने।
शिकायत आने के बाद खुली पोल
आशीष गुलाटी की पोल तब खुली जब इस बारे में गृह मंत्री अनिल विज के पास ही शिकायत पहुंची। कुरुक्षेत्र के पिहोवा अनाज मंडी निवासी मनीष गर्ग ने बताया कि, उसकी मुलाक़ात लक्ष्य दत्ता से अंबाला कैंट में हुई थी। मुलाक़ात के दौरान लक्ष्य दत्ता ने अपने मामा आशीष गुलाटी को गृह मंत्री अनिल विज का OSD बताया। लक्ष्य दत्ता ने आशीष गुलाटी से मिलवाने की बात कही। इसके बाद जब वह आशीष गुलाटी से मिला तो इस दौरान उसने अपना पावर दिखाया। गुलाटी ने उसके सामने स्पीकर ऑन करके एक SP पैसों के लेन-देन के केस के बारे में बात की। इसके बाद आशीष गुलाटी ने उसके भी 1,31,63,409 रुपए निकलवाने का आश्वासन दिया। साथ ही आशीष ने कहा कि किसी तरह का पुलिस महकमे से संबंधित कोई भी काम भर्ती या बहाली का हो तो बता देना सब काम हो जाएगा।
बातों में फंस गया
मनीष गर्ग ने बताया कि, वह आशीष गुलाटी की बातों में फंस गया। उससे कहा गया कि, एक हफ्ते बाद उसे ब्याज समेत उसके पैसे मिल जाएंगे और इस बीच आरोपी ने 2 लाख रुपए लिए। इसके बाद उससे सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए कहा गया। भर्ती के लिए 18 लाख रुपए मांगे गए। भर्ती की जानकारी उसने अपने एक जानकार को दी। उसका लड़का भर्ती होने लायक था। जिसके चलते उसने 11 लाख रुपए खाते से ट्रांसफर किए और 7 लाख रुपए नकद दिये। इसके बाद आरोपी ने और रुपय भी लिए लेकिन काम नहीं कराया।